प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 21 दिन तक टोटल लॉकडाउन की घोषणा पर कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने सवाल खड़े किए हैं। उन्होंने कहा- मोदी ने कोरोना से लड़ने के लिए 50 मिनट तो भाषण दे दे दिया, लेकिन रोज कमाने-खाने वालों की रोजी-रोटी के लिए एक शब्द नहीं कहा। 21 दिन ये अपने परिवारों का पेट कैसे पालेंगे? उन्होंने राहुल गांधी द्वारा सुझाई गई न्यूनतम आय योजना को लागू करने की मांग भी रखी। कहा- यह योजना वक्त की मांग है। पीएम हर जन-धन खाते, किसान खाते और पेंशन खाते में 7,500 रुपए जमा करवाएं, ताकि गरीब इन 21 दिनों में दोजून की रोटी जुटा सके।
पीएम ने किसानों का भी नहीं सोचा
सुरजेवाला ने कहा- किसान देश का पेट पालता है। दो तिहाई आबादी खेती करती है। पीएम ने एक शब्द किसानों के लिए नहीं कहा। अगले हफ्ते से खड़ी फसल कटने के लिए तैयार है। फसल कैसे कटेगी, कैसे बिकेगी और उचित मूल्य कौन देगा? आपके फरमान से किसान पर क्या बीतेगी, आपने सोचा? तुरंत राहत दें। इस संकटकाल में किसानों की कर्जमाफी ही एकमात्र रास्ता भी है और उपाय भी। किसानों के कर्ज और रिकवरी तत्काल बंद करें। फसलों के उचित दामों पर खरीद की संपूर्ण व्यवस्था करें। मत भूलिए, किसान अर्थव्यवस्था की रीढ़ है।
महामारी रोकने के लिए क्या किया?
सुरजेवाला ने पीएम से पूछा- आपने कोरोना की महामारी को रोकने के लिए क्या किया? स्वास्थ्यकर्मियों की सुरक्षा कैसे होगी? कोरोना से पैदा हुए रोजी-रोटी के महासंकट का क्या हल किया? कोरोना से लड़ने के लिए डॉक्टर, नर्स, स्वास्थ्यकर्मियों को लैस करना जरूरी है ,पर उनके लिए एन-95 मास्क, 3 प्लाई मास्क, हैज्मैट सूट उपलब्ध क्यों नहीं है? देश को मार्च में ही 7.25 लाख बॉडी सूट, 60 लाख एन-95 मास्क, 1 करोड़ 3 प्लाई मास्क की जरूरत है। ये कब मिलेंगे? दुर्भाग्यपूर्ण लेकिन सत्य! कोरोना के फैलाव के 84 दिन बाद आपकी सरकार ने आज 24 मार्च को वेंटिलेटर, सांस लेने के उपकरणों और हैंड सैनिटाइजर के निर्यात पर रोक लगाई है। कोरोना संक्रमण से लड़ने के लिए यही आपकी तैयारी है? अब जागे तो क्या जागे।